श्रीकृष्ण के गुणों को धारण कर बनें श्रीकृष्ण समान – बीके आशा दीदी
– ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान द्वारा बड़ी धूमधाम से मनाया गया श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव
– ओम शांति रिट्रीट सेंटर में आयोजित की गई भव्य झांकियां
– केक काटकर मनाया गया श्रीकृष्ण का जन्मदिन
भोरा कलां -गुरुग्राम, हरियाणा।
ब्रह्माकुमारीज़ के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव बड़ी धूमधामव से मनाया गया। श्रीकृष्ण के जीवन चरित्रों पर आधारित भव्य झांकियां आयोजित की गई। कार्यक्रम में केक काटकर श्रीकृष्ण का जन्मदिन मनाया। इस अवसर पर श्री कृष्ण सुदामा, बाल कृष्ण, माखन चोर एवं सत्यभामा की झांकियों को प्रमुख रूप से सजाया गया। अपने आशीर्वचन में ओआरसी की निदेशिका राजयोगिनी आशा दीदी ने कहा कि जल्दी ही श्रीकृष्ण आने वाले हैं। श्री कृष्ण को बैकुंठ का मालिक भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि कलयुग के महापरिवर्तन के बाद सतयुगी दुनिया आने वाली है। श्रीकृष्ण का अर्थ ही है आकर्षण करने वाला। उन्हें मनमोहन भी कहा जाता है। श्रीकृष्ण का जीवन आज तक भी हमें प्रेरित करता है। इसका मुख्य कारण श्रीकृष्ण के जीवन में समाए हुए दिव्य गुण हैं। श्रीकृष्ण को सर्वगुण सम्पन्न 16 कला सम्पूर्ण कहा जाता है। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ झांकियां देखकर ही खुश न हों। बल्कि अपने जीवन में भी झांके। जिन गुणों के कारण आज तक श्रीकृष्ण की महिमा है, वो गुण हम स्वयं के जीवन में भी धारण करें। व्यक्ति गुणों से ही महान बनता है। उन्होंने कहा कि सच्ची जन्माष्टमी तभी होगी जब हम श्रीकृष्ण के समान गुणवान बनें। झांकियों को देखने दूर-दूर से आने वाले श्री कृष्ण भक्तों का तांता लगा रहा।








