रीवा, ,मध्य प्रदेश । अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय स्टेडियम में शासकीय शिक्षा विभाग के डायरेक्टर डॉ. रामभूषण मिश्रा के निर्देशन तथा स्पोर्ट्स कोच दैवी भ्राता विपिन कुमार वर्मा की उपस्थिति में ब्रह्माकुमारीज़ रीवा द्वारा “आध्यात्मिक जागृति संग खुशहाल जीवन” विषय पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में पधारे दिल्ली से चार्टर्ड अकाउंटेंट बीके अनिल भाई ने कहा –सच्ची खुशी और तनाव मुक्त जीवन तभी संभव है जब हम आत्मा की वास्तविक पहचान को समझें और परमात्मा से जुड़ें। राजयोग ध्यान आत्मा को शक्ति देता है और जीवन को प्रसन्नता से भर देता है।
कार्यशाला में बी.पी.एड., बी.पी.एस. और एम.पी.एड. के छात्र-छात्राएँ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। विद्यार्थियों ने आत्मा की पहचान, राजयोग ध्यान और खुशहाल जीवन के उपायों को गहराई से समझते हुए ध्यान की विधि का अनुभव किया।
इस अवसर पर दिल्ली से बीके रवि भाई एवं बीके कपिल भाई, तथा रीवा से बीके सुभाष भाई और बीके कैलाश तिवारी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में विपिन सर ने ब्रह्माकुमारी संस्थान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि –आज विद्यार्थियों को न केवल तनाव मुक्त जीवन जीने के उपाय मिले, बल्कि आत्मा की असली पहचान और राजयोग की विधि भी समझाई गई, जो उनके जीवन को सच्चे अर्थों में खुशहाल बनाएगी।
इस मौके पर आश्रम की ओर से विपिन सर को ‘सुखी रहने का कैलेंडर’ भेंट किया गया तथा सभी विद्यार्थियों को आध्यात्मिक मैगज़ीन वितरित की गई।
एमपीसीए अंडर-19 के पूर्व सेलेक्टर कोच शकील खान जी की आध्यात्मिकता की ऊर्जा से भरपूर क्रिकेट अकादमी रीवा में कार्यशाला
इसी क्रम में, एमपीसीए (मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन) अंडर-19 खिलाड़ियों के लिए भी यही कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर श्री शकील खान, जो एमपीसीए अंडर-19 के कोच रह चुके हैं और वर्तमान में रीवा में अपनी क्रिकेट अकादमी चला रहे हैं, विशेष रूप से उपस्थित रहे।
श्री खान ने कहा –“शारीरिक फिटनेस के साथ-साथ मानसिक शांति और आत्मिक शक्ति भी खेल में सफलता की कुंजी है। राजयोग ध्यान से एकाग्रता, आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच का विकास होता है, जो हर खिलाड़ी के लिए आवश्यक है।”
साथ ही, उनकी रीवा स्थित क्रिकेट अकादमी में भी यही कार्यशाला आयोजित हुई। यहां भी खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी करते हुए ध्यान का अभ्यास किया और गहरी शांति व आत्मिक शक्ति का अनुभव किया।
सामूहिक नशा मुक्ति प्रतिज्ञा
उल्लेखनीय है कि अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय तथा एमपीसीए अंडर-19 खिलाड़ियों और क्रिकेट अकादमी – तीनों स्थानों पर अंत में सभी विद्यार्थियों व खिलाड़ियों को नशा मुक्ति की सामूहिक प्रतिज्ञा कराई गई।
इस प्रतिज्ञा ने कार्यक्रम को और भी सार्थक व प्रेरणादायी बना दिया।






