शाजापुर जिला कलेक्टर भ्राता दिनेश जैन साहब को ईश्वरीय सौगात एवं ब्रह्माकुमारीज द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत अभियान कार्यक्रम से सम्बंधित किताब देते हुए देते हुए ब्रह्माकुमारी पूनम बहन जी साथ में है अम्बाराम जी कराडा जिला अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी शाजापुर एवं कृषि विज्ञान केंद्र के संचालक एवं वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. जी. आर. अम्बावतिया जी
शाजापुर,मध्य प्रदेश। किसान मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ आयोजन आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत भारत सरकार निर्देश पर शाजापुर जिले में हुआ किसान मेले का आयोजन उक्त कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र जिला शाजापुर में आज दिनांक 26 अप्रैल 2022 को किसान मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन हुआ उक्त कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज के ग्राम विकास प्रभाग द्वारा चलाए जा रहे स्वर्णिम भारत की पहचान आत्मनिर्भर किसान को भी सम्मिलित कर हुआ आयोजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शाजापुर जिले के कलेक्टर भ्राता दिनेश जैन जी, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष भ्राता अंबाराम जी कराडा, किसान मोर्चा के नगर अध्यक्ष भ्राता श्याम शर्मा जी, ब्रह्माकुमारी शाजापुर की संचालिका ब्रह्माकुमारी पूनम बहन जी, ब्रह्माकुमारी चंदा बहन जी, ब्रह्माकुमार दीपक भाई, ब्रह्माकुमारी ममता बहन उपस्थित रहे, साथ में शाजापुर जिले के बड़ी मात्रा में सम्मिलित हुए किसान भाई उक्त कार्यक्रम में मंचासीन है शाजापुर जिले के कलेक्टर भ्राता दिनेश जैन जी, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष भ्राता अंबाराम जी कराडा, किसान मोर्चा के नगर अध्यक्ष भ्राता श्याम शर्मा जी, ब्रह्माकुमारीज शाजापुर की संचालिका ब्रह्माकुमारी पूनम बहन जी,कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक एवं संचालक भ्राता डॉ जी. आर. अंबावतिया साहब, कृषि वैज्ञानिक एवं भ्राता सुधीर धाकड़ जी एवं अन्य अतिथि कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के आगे अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया मुख्य अतिथियों का अभिवादन पुष्पा मालाओं के द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र के संचालक भ्राता डॉ जी.आर. अम्बावतिया जी के द्वारा एवं भ्राता सुधीर धाकड़ जी के द्वारा किया गया.
कार्यक्रम में सभा में बड़ी संख्या में लाभ लेते हुए किसान भाई
कार्यक्रम में कलेक्टर भ्राता दिनेश जैन जी ने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार से आयोजन हो रहे हैं जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा किया जा रहा है यह मेला किसानों को कृषि वैज्ञानिकों द्वारा सही मार्गदर्शन देने में सहायक सिद्ध होगा उन्नत खेती के लिए किसानों को सही मार्गदर्शन दिया जाने वाला यह मेला जिले के किसानों को नई ऊर्जा प्रदान करेगा. उन्होंने कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी संस्थान के योगीक खेती की भी सराहना की
वहीं भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष भ्राता अंबाराम जी कराड़ा ने भी प्राचीन काल में होने वाली जैविक खेती के बारे में बताते हुए कहा कि रासायनिक खेती से भले ही फसलें कुछ समय के लिए अधिक पैदा हुई लेकिन अब वही रासायनिक हमारी धरती माता के लिए जहर साबित हो रही है इसलिए अब हमारे किसान भाइयों को जैविक खेती पर अधिक ध्यान देना होगा वास्तव में धरती को बंजर बनाने में हम ही जिम्मेदार हैं और अब हमें ही धरती माता को जैविक खाद देकर उस की उर्वरा शक्ति को बढ़ाना होगा.
वही ब्रह्माकुमारीज शाजापुर की शाखा प्रभारी ब्रह्माकुमारी पूनम बहन जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह वर्ष 2022 -23 ब्रह्माकुमारी संस्थान के द्वारा *दया एवं करुणा के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण* के रूप में मनाया जा रहा है और ब्रह्माकुमारी संस्थान किसान भाइयों के लिए *”स्वर्णिम भारत की पहचान आत्मनिर्भर किसान”* इस विषय के अंतर्गत हर जिले हर गाँव में यह प्रोग्राम कर रही है कि यदि हमें स्वर्णिम भारत बनाना है तो हमें हमारे किसान भाइयों को आत्मनिर्भर बनना अति आवश्यक है हमारा भारत कृषि प्रधान देश है और जब किसान आत्मनिर्भर होगा तो वास्तव में यह दुनिया ही स्वर्णिम बन जाएगी ब्रह्माकुमारी बहने किसान भाइयों को शाश्वत योगी खेती से संबंधित जानकारी निशुल्क प्रदान करती हैं कि किस प्रकार से हम इस धरती माता का अभिवादन करते हुए और उस परमपिता परमात्मा ईश्वर की सच्ची याद में निस्वार्थ भावना से जब खेत में बीज होते हैं तो उसका फल बहुत ही सुंदर,स्वादिष्ट, और पौष्टिक प्राप्त होता है क्योंकि धरती हमारी माता है और माँ के हृदय में अपने बच्चों के प्रति विशेष भावना रहती है वह हमेशा उसे अच्छा भोजन ही कराती है इस प्रकार जब हम धरती को हमारी मां समझ कर उसे नमन वंदन कर और हम हमारे खेतों में बैठकर ईश्वरीय याद करें व ध्यान करें क्योंकि जहां परमात्मा का वास होता है वहा का वायुमंडल और वहां की धरनी दोनों ही श्रेष्ठ बन जाते हैं और वहा की धरती पर बोया गया बीज का फल निरोग प्राप्त होता है. जैविक खेती के साथ-साथ हमें यौगिक खेती पर भी विशेष ध्यान देना है ईश्वरीय याद में रहकर धरती माता का वंदन करते हुए उसका शुक्रिया करते हुए हमारी खेती में योगीक खेती को भी मिलाना होगा क्योंकि जब हम ईश्वर की याद में रहकर कोई भी कार्य करते हैं तो उसमें सफलता अधिक मात्रा में प्राप्त होती है उन्होंने ब्रह्माकुमारीज द्वारा चलाए जा रहे शाश्वत योगिक खेती अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी .
उक्त कार्यक्रम प्रातः 11:00 बजे से 4:00 बजे तक चला जिसमें किसान भाइयों के लिए विभिन्न प्रकार की जैविक खाद एवं बीजों का भी प्रदर्शन हुआ बाद में सभी के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई थी.