भारत में चाय एक पॉपुलर ड्रिंक है और बहुत से लोगों का दिन तो चाय के बिना शुरु ही नहीं होता। हर शाम गार्डन में बैठकर चाय की चुस्कियां लेना या फिर किताब पढ़ते हुए चाय पीने का भी अलग ही मज़ा है। आप अपनी इस आदत से ढ़ेरों फायदे भी पा सकते हैं और इसके लिए आपको ज्य़ादा मेहनत नहीं करनी है। बस अपनी रेगुलर चाय को हर्बल टी से रिप्लेस कर दें।
हर्बल टी को आजकल बहुत कवरेज मिल रही है और इसके पीछे बहुत से कारण भी हैं। हर्बल टी आपके स्वास्थ्य के लिए कई मायनों में फायदेमंद है फिर चाहे बात कैमोमाइल टी की हो, टर्मरिक टी की हो या फिर पिपरमेंट टी की। हर्बल टी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं, साथ ही इनमें एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी वायरल गुण भी होते हैं। अगर आप हर्बल टी को अपनी डाइट में नियमित रूप से शामिल करती हैं तो आपको क्या-क्या फायदे मिलते हैं, आइए जानते हैं…
हर्बल टी के फायदे
एंग्ज़ायटी होती कम
सामान्य चाय में कैफीन होती है, जिसका अधिक सेवन आपके स्वास्थ्य को हानि पहुंचा सकता है। कैफीन शरीर को डिहाइड्रेट कर देती है। इसलिए आपको सामान्य चाय की जगह हर्बल टी का सेवन करना चाहिए। हर्बल टी में कैफीन नहीं होती है। कैफीन का सेवन कम करने से स्ट्रेस और एंग्ज़ाइटी कम करने में मदद मिलती है। रिसर्च बताती है कि रोज़ टी का सेवन करने और रोज़ वॉटर इन्हेल करने से एंग्ज़ाइटी के मरीजों को आराम मिलता है।
डाइजेशन होता अच्छा
डाइजेस्टिव और गैस्ट्रोइंटेस्टिनल प्रॉब्लम के लिए भी हर्बल टी बहुत लाभकारी हैं। आप इनका सेवन दिन में दो बार करेंगे तो आपका पाचन दुरुस्त होगा। विशेष तौर पर कैमोमाइल टी डाइजेस्टिव सिस्टम के फंक्शन में सुधार करती है। इसमें फ्लैवोनोइड्स और टरपेनोइड्स होते हैं। यह बुखार, इंफ्लेमेशन, मसल्स क्रैंप और इंसोम्निया जैसी समस्याओं को ठीक करने में मदद करती है।
एंटी-एजिंग गुण
हर्बल टी हब्र्स से बनती हैं और हब्र्स में एंटी ऑक्सीडेंट्स जैसे पॉलीफैनल, फ्लैवोनोइड और कैटेचिन्स आदि मौजूद होते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट्स त्वचा को यूवी किरणों से प्रोटेक्ट करते हैं, साथ ही एंटी ऑक्सीडेंट्स ऑक्सीडेशन प्रोसेस को कम करते हैं जिससे शरीर में फ्री रेडिकल्स का प्रभाव कम होता है। फ्री रेडिकल्स एजिंग साइन्स के लिए जि़म्मेदार होते हैं। इसलिए हर्बल टी का सेवन करने से एंटी-एजिंग इफेक्ट मिलते हैं और झुर्रियां/फाइन लाइन्स कम होती हैं।
बोन हेल्थ होती बेहतर
महिलाओं को अक्सर उम्र बढऩे के साथ-साथ हड्डियों के जोड़ों में दर्द की शिकायत होने लगती है। घुटनों में दर्द बहुत ही आम समस्या हो गई है। ऐसे में हर्बल टी का सेवन आपके लिए लाभकारी होगा। हर्बल टी जैसे रूइबोस टी में आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, कॉपर, मैंगनीज, जि़ंक और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स होते हैं जो बोन डेंसिटी बढ़ाते हैं और हड्डियों का स्वास्थ्य बेहतर करने में मदद करते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ती
हर्बल टी में पॉलीफेनॉल होते हैं, जोकि फाइटोकेमिकल होने की वजह से आपके इम्यून फंक्शन्स को बेहतर करता है और शरीर को कई बीमारियों से बचाता है। इम्यूनिटी अच्छी होने से आपका शरीर इंफेक्शन के खिलाफ लड़ सकता है साथ ही कई बीमारियों से खुद को बचा सकता है।
शरीर के दर्द में आराम
टर्मरिक टी या हल्दी की चाय उन लोगों के लिए लाभकारी है तो अर्थराइटिस या गाउट जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज़ होती हैं जो जोड़ों से सूजन को कम करती है और अर्थराइटिस के लक्षणों को कम करती है।