भौरा कलां : ब्रह्माकुमारीज ने किया युवाओं के लिए वाई 20 कार्यक्रम

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 रसियन कलाकारों ने बिखेरी भारतीय संस्कृति की छटा
– अध्यात्म के रंग में रंगे सैकड़ों युवा
– ब्रह्माकुमारीज ने किया युवाओं के लिए वाई 20 कार्यक्रम
– ओम शांति रिट्रीट सेंटर में हुआ भव्य सांस्कृतिक आयोजन
– राष्ट्रगान के साथ हुई कार्यक्रम की शुरुआत
– 15 मार्च को राष्ट्रपति भवन में भी होगा वाई 20 सांस्कृतिक कार्यक्रम

13 मार्च 2023, भौरा कलां हरियाणा।
आज भारतीय संस्कृति का डंका समूचे विश्व में बज रहा है। विश्व भर से अनेक लोग भारतीय सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्यों को अपना रहे हैं। भारतीय दर्शन और प्राचीन राजयोग से शायद ही दुनिया का कोई देश अछूता हो। रसिया एवं उसके घटक देशों पर तो भारतीय सनातन संस्कृति की विशेष छाप दिखाई देती है। जिसका बहुत सुंदर नजारा ब्रह्माकुमारीज के गुरुग्राम स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में स्पष्ट नजर आया। जी 20 के अन्तर्गत भारत सरकार एवं ब्रह्माकुमारीज के सहयोग से युवाओं के लिए वाई 20 सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन ओआरसी के दादी प्रकाशमणी सभागार में हुआ। कार्यक्रम में रसिया, यूक्रेन, क्रीमिया एवं अन्य देशों के कलाकारों ने भारतीय संस्कृति की छटा बिखेरी। मेरा जूता है जापानी, देश रंगीला रंगीला, ये वतन वतन मेरे वतन आबाद रहे एवं बचपन के दिन भुला न देना जैसे मधुर गीतों के द्वारा सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। कलाकारों द्वारा पंजाबी भांगड़ा के द्वारा भी बेहतरीन प्रस्तुति दी गई। साथ ही आध्यात्मिक और ईश्वरीय स्मृति के गीतों के माध्यम से सबका मन मोह लिया।

ओआरसी की निदेशिका आशा दीदी ने कार्यक्रम के प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि हर एक के अंदर एक कलाकार छिपा हुआ है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता ही एक ऐसा माध्यम है जो हमारे मूल स्वरूप को प्रत्यक्ष करता है। खुशी का मूलमंत्र है – दूसरों को सुख देना। औरों को दुआएं और खुशी देना ही स्वयं को खुशनुमा बनाना है।  

इस अवसर पर विशेष रूप से अमेरिका से आए बीके केन ने भी सभा को संबोधित किया। बीके केन 50 से भी अधिक वर्षों से ब्रह्माकुमारीज संस्था से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि जब स्वयं के साथ हमारा बेहतर संबंध होता है। तब ही प्रकृति और व्यक्ति से हमारे संबंध अच्छे होते हैं।

राष्ट्रगान के द्वारा हुई कार्यक्रम की शुरुआत –

– वाई 20 सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई। बीके अनुसूया ने अपने शब्दों द्वारा कार्यक्रम में पधारे मेहमानों का स्वागत किया। ब्रह्माकुमारीज के रसिया एवं उसके घटक देशों में स्थित सेवाकेंद्रों की संयुक्त संचालिका बीके संतोष ने अपनी सेवाओं के अनुभव साझा किए। नर्सी मोंजी इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. राजन सक्सेना ने बताया कि वो नियमित रूप से राजयोग का अभ्यास करते हैं। उन्होंने कहा कि योग से मन का शुद्धिकरण होता है।

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