ज्ञान सरोवर (माउंट आबू ) : आज ज्ञान सरोवर के हार्मनी हॉल में आर इ आर एफ की भगिनी संस्था ब्रह्माकुमारीज सुरक्षा प्रभाग ने “स्व सशक्तिकरण द्वारा प्रेरणादायक नेतृत्व” नामक एक अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया। दीप प्रज्वलन द्वारा कार्यक्रम का उद्घाटन सम्पन्न हुआ।
ब्रह्माकुमारीज़ की संयुक्त मुख्य प्रशासिका डॉक्टर निर्मला दीदी ने अपना आर्शीवचन इस रूप में प्रकट किया। आपने कहा की आप खुद को एमपॉवर करके दुनिया को लीड कर पाएंगे। आध्यात्मिकता द्वारा जो रूहानियत आती है , सभी से प्यार की अनुभूति होती है। इन चार दिनों में आपको काफी अवसर मिलेगा इन शिक्षाओं को सीखने का। फिर कर्म में सभी बातों को धारण करके अपना जीवन सुखी बनाना आसान रहेगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लेफ्टिनेण्ट जनरल राजीव चौधरी ने कहा कि मैं ब्रह्मकुमारियों को धन्यवाद देता हूँ , आपने मुझे आमंत्रित किया। मुझे ख़ुशी है कि सेवा निवृत होने से पहले मैं यहां आ पाया हूँ और इन सभी शिक्षाओं को आत्म सात करने का अवसर मेरे पास है। मुझे जानकार अद्भुत ख़ुशी हो रही है की यह संस्था इतनी बड़ी है फिर भी इनका कार्य सुचारू रूप से कैसे चल रहा है। यह संस्था निस्वार्थ रूप से जो सेवा कर रही है , हम सभी को इनसे सीख कर काम करना चाहिए। यहां के सभी शोधार्थियों ने पहले स्व अनुभूति करके अपना कल्याण किया है और अब विश्व के कल्याण के लिए सेवारत हो गए हैं। यही शिक्षाएं हमें अपना कर अपना जीवन सफल कर लेना है। विशिष्ठ अतिथि सी आर पी एफ के आई जी धनेश राणा ने अपने उद्गार आज के अवसर पर रखे। आपने कहा कि इस आध्यात्मिक माहौल में में खुद को काफी प्रसन्न और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। मैं एक बार पहले भी इस परिसर में आया था। आज आपके समक्ष अपनी बात रख रहा हूँ। आने वाले चार दिनों में हम सभी यहां से बहुत सारी आध्यात्मिक शक्तियां अपने साथ लेकर जाएंगे। इन शक्तियों द्वारा हम अपने अंदर की कमियों को दूर कर पाएंगे। हमारे तनाव आदि भी समाप्त होंगे। मैं अनुरोध करूंगा की आप पूरी तन्मयता के साथ इन सारी शिक्षाओं को अपने अंदर आत्मसात कर पाएंगे।
ओ आर सी की निदेशक राजयोगोनि शुक्ला दीदी ने अपना आशीर्वाद सभी को दिया। आपने सभी को प्रेरणा दी की आप सभी स्वयं सशक्त होकर दुनिया को सशक्त बनाते रहें। आध्यात्मिकता भक्ति आदि नहीं है, यह एक विज्ञान है। यह एक प्रयोग है। इसको साध कर अपना जीवन सशक्त बनाया जा सकता है।
भारतीय नौ सेना के सेवा निवृत वाईस एडमिरल एस एन घोरमडे ने भी सम्मेलन को अपने अनुभवों से नवाज़ा। आपने कहा कि २०११ से लेकर आज तक मैं ब्रह्माकुमारीज़ की शिक्षाओं को आत्मसात कर रहा हूँ। मैंने जाना है की यही वह स्थान है जहां की शिक्षाओं से ही जीवन परिवर्तित हो सकता है और खुशियां मिल सकती हैं। मैंने इस बात को भी एक्स्प्लोर किया है की हमारे पास वक़्त की कोई कमी नहीं है। हमें सिर्फ इनका सही इस्तेमाल करना होता हैं। मैं अनुरोध करूंगा कि आप इस सकारात्मक माहौल का फायद पूरी तरह प्राप्त करें और अपनी जिंदगी को सफल बना लें। इन शिक्षाओं को धारण करने के बाद आपका जीवन काफी शक्तिशाली बनेगा।
राजयोगी अशोक गाबा, ब्रह्माकुमारीज़ सुरक्षा सेवा प्रभाग के चेयर पर्सन ने सभी पधारे हुए सुरक्षा कर्मियों के प्रति अपना आभार प्रकट किया। संस्था के महासचिव राजयोगी निर्वैर जी का शुभकामना संदेश वीडियो के माध्यम से दिया गया। आज के कार्यक्रम में भारत की राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुर्मू जी का भी शुभकामना संदेश सुनाया गया।
ब्रह्माकुमारीज़ मुंबई से पधारीं बी के दीपा बहन ने सम्मेलन के प्रतिभागियों को योगाभ्यास करवाया। मधुर वाणी ग्रुप[ ने सुन्दर गीत द्वारा प्रतिभागियों का स्वागत किया। ब्रह्माकुमारीज़ सुरक्षा प्रभाग के वाईस चेयरपर्सन कर्नल सती ने कार्यक्रम का संचालन किया।