मुंगेली, छत्तीसगढ़: जेल एक सजा नहीं एक उपहार है जहां एकांत व अच्छा चिंतन करके अपने जीवन को ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। परमात्मा ने सभी को विचार करने की एक महान शक्ति दी है वह है संकल्प शक्ति। कहा जाता है भगवान ने सृष्टि संकल्प के द्वारा रची। हमारे विचारों में बहुत बड़ी शक्ति है हम इन विचारों के माध्यम से राम भी बन सकते हैं और रावण भी बन सकते है। किसी ने भी हमारे साथ गलत किया हो उनको हम माफ कर दें और भूल जाएं ।यह सबसे अच्छा उपहार अपने लिए है। इससे हमारा मन तुरंत शांत होता है और हमारी राहें आसान हो जाती है। यह विचार इंदौर से पधारे ब्रह्मा कुमार नारायण भाई धार्मिक प्रभाग़ के जोनल कोऑर्डिनेटर ने स्थानीय जिला कारागृह में कैदियों को संबोधित करते हुए बताया।
इस अवसर पर जेल उप अधीक्षक ममता पटेल ने बताया कि वर्तमान समय तनाव के कारण हम कहीं गलत कदम उठा लेते हैं जिसके कारण हमें यह सजा मिलती है । राजयोग हमारे मन को शांति प्रदान करता है जिससे अच्छे निर्णय करके अपने जीवन को एक नई दिशा दे सकते हैं। भगवान हमारे साथ है इससे हमें श्रेष्ठ कर्म करने की शक्ति मिलती है।