सत्तू विशेषकर चने का सत्तू भारतीय आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। सत्तू एक पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ है जिसे भूने हुए चने या अन्य अनाजों को पीसकर बनाया जाता है। गर्मियों के दिनों में यह एक हेल्दी ड्रिंक होता है जिसका सेवन लू से बचने के लिए भी किया जाता है। गर्मी का मौसम शुरू होते ही लोग लू से बचने के लिए सत्तू पीना शुरू कर देते हैं। ये गर्मी से राहत दिलाता है इसलिए सत्तू को इस मौसम का सुपरफूड कहा जाता है। इसे रोज़ाना अपनी डाइट में शामिल करने से आपको एक, दो नहीं बल्कि कई तरह के फायदे मिलते हैं। आइए जानते हैं इन फायदों के बारे में…
पोषक तत्वों से भरपूर है सत्तू सत्तू में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जो आपके शरीर को ऊर्जा संचार करते हैं और आपको हेल्दी रखते हैं।
1. सत्तू खाने के फायदे सत्तू प्रोटीन से भरपूर एक फूड है। जिसे खाकर आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है। इसके साथ ही सत्तू में कैल्शियम भी पाया जाता है जो इसे और भी फायदेमंद बना देता है। इन फायदों की वजह से आप गर्मी के दिनों में सत्तू से अपने दिन की शुरूआत कर सकते हैं।
2. एनर्जी लेवल बढ़ाए सत्तू त्वरित ऊर्जा का स्रोत होता है और इसे पीने से थकान और कमज़ोरी को दूर किया जा सकता है। दिन की शुरूआत सत्तू से करने से आप पूरे दिन एनर्जेटिक महसूस कर सकते हैं। दरअसल, सत्तू में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो इसे और भी हेल्दी बना देता है। सत्तू में मौजूद कार्बोहाइड्रेट थकान को रोकता है और आपको एनर्जी से भरपूर रखता है।
3. डायबिटीज़ में असरदार सत्तू में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में सहायक होता है। डायबिटीज के मरीजों को ज्य़ादा देर तक खाली पेट न रहने की सलाह दी जाती है। ऐसे में रोज़ सुबह सत्तू का ड्रिंक बनाकर पीना उनके लिए फायदेमंद हो सकता है। सत्तू में कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं जिस वजह से शुगर लेवल आर्टिफिशियल तरीके से बढ़ नहीं पाता है।
4. पाचन में फायदेमंद फाइबर से भरपूर सत्तू आपके लिए एक नैचुरल पाचक की तरह काम करता है। सत्तू खाने को पचाने में आसानी से मदद करता है और कब्ज की समस्या से भी राहत दिलाता है।
5. वेट लॉस में असरदार सत्तू खाने या फिर इसका ड्रिंक पीने के बाद आपको ज्य़ादा देर तक भूख नहीं लगती है जिस वजह से आप ओवरइटिंग से बचे रहते हैं। ब्रेकफास्ट में नमकीन सत्तू खाकर आप आसानी से वेट लॉस कर सकते हैं।
6. हाइड्रेशन में मदद करता है गर्मियों के मौसम में सत्तू का शरबत शरीर को ठंडक पहुंचाता है और हाइड्रेशन में सहायक होता है।
7. हृदय स्वास्थ्य सत्तू में सही मात्रा में वसा और फाइबर पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखते हैं और हृदय रोगों के जोखिम को कम करते हैं।
8. डिटॉक्सिफिकेशन सत्तू शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और लीवर को साफ रखने में सहायक होता है। सत्तू के फायदे के साथ इसके पीने के तरीके भी बहुत हैं और आप अपनी पसंद और ज़रूरत को ध्यान में रखते हुए इसका सेवन कर सकते हैं। यहाँ सत्तू पीने के कुछ सामान्य और फेमस तरीके नीचे दिए गए हैं
सत्तू का सेवन कैसे किया जाता है?
1. सत्तू का मीठा शरबत एक गिलास पानी में दो से तीन चम्मच सत्तू डालकर, उसमें एक से दो चम्मच गुड़ या चीनी स्वादानुसार डालकर फिर थोड़ा-सा नींबू यदि आप चाहें तो मिला सकते हैं। फिर उसमें चुटकी भर नमक स्वादानुसार मिलाकर आप पी सकते हैं।
2. सत्तू का नमकीन शरबत एक गिलास पानी में दो से तीन चम्मच सत्तू डालकर उसमें एक से दो चम्मच साधारण नमक या काला नमक, एक चौथाई भूना हुआ जीरा पाउडर, बारीक कटा हुआ धनिया, थोड़ा-सा नींबू मिलाकर पी सकते हैं।
ज्य़ादा सत्तू के नुकसान क्या हैं?
सत्तू का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है लेकिन किसी भी चीज़ का अत्यधिक सेवन नुकसानदेह हो सकता है। यहाँ सत्तू के कुछ संभावित नुकसान दिए गए हैं जो सत्तू का अत्यधिक सेवन करने से हो सकते हैं:
पाचन संबंधी समस्याएं सत्तू में ज्य़ादा मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से गैस, पेट दर्द और अपच जैसी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
वजन बढऩा सत्तू में कैलोरी पाई जाती है और यदि इसका अत्यधिक सेवन किया जाए तो यह वजन बढऩे का कारण बन सकता है, खासकर तब जब आप कम शारीरिक गतिविधि करते हैं।
एलर्जी कुछ लोगों को सत्तू के सेवन से एलर्जी हो सकती है। एलर्जी के लक्षणों में खुजली, सूजन या त्वचा पर लाल चकत्ते भी हो सकते हैं।
ब्लड शुगर लेवल के स्तर में बदलाव यदि आप डायबिटीज़ के मरीज हैं और सत्तू में चीनी मिलाकर सेवन करते हैं तो यह आपके ब्लड शुगर लेवल के स्तर में बदलाव कर सकता है। इसलिए मधुमेह के मरीजों को सत्तू का सेवन बिना चीनी के करना चाहिए।




