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आबू रोड : चार दिवसीय वैश्विक शिखर सम्मेेलन 10 अक्टूबर से-ब्रह्माकुमारीज़ मुख्यालय में जुटेंगी छह देशों की छह हजार नामचीन हस्तियां

– 15 से अधिक केंद्रीय और राज्यों के कैबिनेट मंत्री, 14 सांसद और 45 से अधिक विधायक लेंगे भाग
– चार दिवसीय वैश्विक शिखर सम्मेलन 10 अक्टूबर से
– एकता और विश्वास- आदर्श भविष्य के लिए प्रेरणा विषय पर होगा आयोजन
– स्वागत सत्र में कांग्रेस नेता सचिन पायलट, केंद्रीय मंत्री दुर्गादास उईके, राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा और आरएसएस के इंद्रेश कुमार होंगे शामिल
– शांतिवन में सम्मान के साथ लगाए गए सभी देशों के राष्ट्रीय ध्वज

– हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी लेंगे भाग 

फैक्ट
15 केंद्रीय और राज्य कैबिनेट मंत्री लेंगे भाग
14 सांसद देशभर से आएंगे
45 विधायक होंगे शामिल
13 विदेश से राजदूत और प्रतिनिधि लेंगे भाग
20 मीडिया दिग्गज आएंगे
10 सोशल एक्टीविस्ट का होगा सम्मान
9 आईएएस-आईपीएस भी आएंगे
20 कुलपति देशभर से आएंगे

आबू रोड, राजस्थान। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन में छह देशों की छह हजार से अधिक नामचीन हस्तियां जुटेंगी। मुख्यालय में 10 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक चार दिवसीय वैश्विक शिखर सम्मेेलन का आयोजन किया जा रहा है। इसमें धर्म, अध्यात्म, राजनीति, समाजसेवा, पर्यावरण, विज्ञान, व्यापार और शिक्षा जगत से जुड़ी हस्तियां भाग लेंगी। सम्मेलन में 15 केंद्रीय और देश के विभिन्न राज्यों के कैबिनेट मंत्री, 14 सांसद, 45 विधायक, 13 विदेशों से प्रतिनिधि, 20 मीडिया दिग्गज, 20 कुलपति, 10 सोशल एक्टीविस्ट और देश के जाने-माने नौ आईएएस-आईपीएस मुख्य रूप से भाग लेंगे।
संस्थान के अतिरिक्त महासचिव डॉ. बीके मृत्युंजय भाई ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मुख्यालय शांतिवन में वैश्विक शिखर सम्मेेलन आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन एकता और विश्वास- आदर्श भविष्य के लिए प्रेरणा विषय पर आयोजित किया जाएगा। इसे लेकर शांतिवन में जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं। इन चार दिन तक देश-विदेश के विद्वान और नामी-गिरामी शख्सियतें मंथन-चिंतन करेंगी। स्वागत सत्र 10 अक्टूबर को शाम 6 बजे से शाम 7.30 बजे तक आयोजित किया जाएगा। इसमें केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय राज्य मंत्री दुर्गा दास उइके, राजस्थान के कृषि मंत्री किरोडी लाल मीणा, कांग्रेस के महासचिव व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, आरएसएस के इंद्रेश कुमार, स्वामी सर्वलोकानंद, अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे।

ये अतिथि के रूप में होंगे शामिल-
मुख्य रूप से केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी व रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय कानून एवं न्याय व संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, मप्र के उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, केंद्रीय जल शक्ति एवं रेल मंत्रालय राज्य मंत्री वी. सोमन्ना, केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्रालय राज्य मंत्री भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा, मप्र सरकार के नगरीय विकास एवं आवास तथा संसदीय कार्य विभाग कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, उत्तर प्रदेश सरकार के वन, पर्यावरण, प्राणी उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कृष्ण पाल मलिक, पंजाब सरकार के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पुरी सांसद संबित पात्रा, भोजपुरी प्रसिद्ध अभिनेता व उत्तर-पूर्व दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी, मप्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनएचआरसी) अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य, राजस्थान सरकार के राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, राजस्थान सरकार के नगरीय विकास एवं स्वास्थ्य प्रशासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) झबर सिंह खरा, कर्नाटक सरकार के लघु उद्योग एवं सार्वजनिक उपक्रम विभाग मंत्री श्रीशरणबसप्पा दर्शनापुर, उत्तर प्रदेश सरकार के मत्स्य मंत्री डॉ. संजय निषाद, कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. नागलक्ष्मी चौधरी सहित कई प्रदेशों से सांसद और विधायक भाग लेंगे।

सभी देशों के राष्ट्रीय ध्वज लगाए गए-
सम्मेलन को लेकर शांतिवन परिसर में तैयारियाें को अंतिम रूप दिया जा रहा है। डायमंड हॉल को विशेष रूप से सजाया जा रहा है। प्रकाश स्तंभ पर विश्व के सभी देशों के राष्ट्रीय ध्वज सम्मान के साथ लगाए गए हैं। अतिथियों को सौर ऊर्जा से संचालित शिव भोलानाथ का भंडारा, सोलार थर्मल पावर प्लांट, तपोवन और माउंट आबू स्थित पांडव भवन, पीस पार्क, ज्ञान सरोवर का भ्रमण कराया जाएगा।

सम्मेलन में तीन श्रेणियों में दिए जाएंगे पुरस्कार-
1. मानवता के संरक्षक पुरस्कार-
संस्थान की ओर से इस श्रेणी के तहत ऐसे लोगों को पुरस्कृत किया जाएगा जो जो दुनिया में एकता, शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा क्षेत्रीय संघर्षों या युद्ध को रोकने में योगदान देना, राजनीतिक, कूटनीतिक या आर्थिक प्रकृति के विवादों को आध्यात्मिक माध्यमों से सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हो।

2. ज्वेल ऑफ इंडिया अवार्ड-
अपनी लगन, जोश-जुनून और हिम्मत से उद्योग के क्षेत्र में नवाचार करने वाले, बहुत छोटे से स्तर से उठकर देश-दुनिया में नाम रोशन करने वाले व्यापारियों, उद्यमियों को इस श्रेणी के तहत पुरस्कृत किया जाएगा।

3. राष्ट्र चेतना पुरस्कार-
पत्रकारिता के क्षेत्र में उच्च आदर्शों, देशप्रेम की भावना, समाज कल्याण, सत्य, साहस के साथ विपरीत परिस्थितियों में पत्रकारिता कर देशभर में नाम कमाने वाले वरिष्ठ पत्रकारों, संपादकों को इस श्रेणी के तहत पुरस्कृत किया जाएगा।

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