गरीबी भी एक मुसीबत बन गयी थी। बच्चा रोये जा रहा था पर आज उसे दूध नहीं मिला था। आज घर में दूध खत्म हो गया था। दोनों इतने बीमार थे कि उठ भी नहीं पा रहे थे। उनकी झोपड़ी भी काफी दूर थी किसी की मदद भी नहीं ले पा रहे थे। गरीब आदमी रोज़ कमाता है और खाता है। आज बच्चा चुप भी नहीं हो रहा था, भूख से बच्चा लगातार रोये जा रहा था। बहुत हिम्मत करके बच्चे का पिता कुछ काम करने के लिए खड़ा हुआ पर आज तबियत खराब होने की वजह से वह कोई काम नहीं कर पायेगा वो जानता है कि ऐसे काम नहीं चलेगा, अगर काम नहीं है तो खाना भी नहीं है। ऐसा सोचकर वह काम करने के लिए चल पड़ा, बहुत कोशिश करने पर आज उसे काम नहीं मिला और वह बहुत परेशान हो गया कि जब ज़रूरत नहीं होती है तो काम मिल ही जाता है परंतु आज बहुत ज़रूरत है तो कोई काम नहीं। ऐसा कब तक चलेगा पता नहीं, भगवान भी हमें भूल गया है। तभी उसकी नज़र एक आदमी पर गयी, उसके पास बहुत सारा सामान था और वह किसी की तलाश कर रहा था कि कोई उसकी मदद करे उससे भारी सामान उठाया नहीं जा रहा था। वह गरीब आदमी देख रहा था कि वह आदमी बहुत उम्र का लग रहा है और उसके पास जाकर कहा कि मैं आपकी कोई मदद कर सकता हूँ? आज मुझे कोई काम नहीं मिला है अगर आप मुझे कुछ पैसे देंगे तो मैं इस सामान को ले जा सकता हूँ। उस आदमी ने हाँ कह दी और वह गरीब आदमी उसका सामान लेकर चल पड़ा। उस सामान में कुछ मूर्तियां थी जोकि एक मंदिर के पास ले जानी थी। वह गरीब आदमी बुखार में उन मूर्तियों को पकड़कर ले जा रहा था। उस आदमी ने पूछा कि मुझे लगता है कि तुम्हारी तबियत ठीक नहीं है और तुम काम करने के लिए आ गए हो और फिर उस आदमी ने कहा कि आज बच्चे को एक बोतल भी दूध नहीं मिला है और घर में कुछ नहीं है इसलिए मैं काम करके उसके लिए दूध लेकर जाऊंगा। जब तक मैं घर नहीं जाऊँगा तब तक वह रोता रहेगा। बातों-बातों में मंदिर भी आ गया और उस आदमी ने अपनी जेब से एक पोटली निकाली और कहा कि यह पोटली घर जाकर ही खोलना, आज से तुम्हारे बुरे दिन खत्म हो गए। वह गरीब आदमी कुछ भी समझ नहीं पा रहा था कि यह पोटली… परंतु उसने बात मान ली और घर गया, घर जाकर पोटली खोली तो देखा कि उसमें स्वर्ण मुद्रा है, लगता है यह भगवान है। जो हमारी मदद करने आये थे उस दिन से उनके बुरे दिन खत्म हो गए। सीख : अगर हम सच्चे मन से भगवान को बुलाते हैं तो वह ज़रूर आते हैं पर आज हम भूल चुके हैं कि हमें हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए पता नहीं कौन किस तरह और कौन-सी हालत में है इसलिए सबकी मदद करो।